हमें क्या मालूम अगले मोड़ पर वो फ़िर मिल जाएंगे, जिन्हे भुलाने में वर्षों लग गए हमें। हमें क्या मालूम अगले मोड़ पर वो फ़िर मिल जाएंगे, जिन्हे भुलाने में वर्षों लग गए...
“मैं सड़क हूँ रहती हूँ एक ही जगह कभी निःस्तब्ध, मौन कभी कराहती हुई ! “मैं सड़क हूँ रहती हूँ एक ही जगह कभी निःस्तब्ध, मौन कभी कराहती हुई !
कभी भी इंसान को खामोश नहीं रहना चाहिए ।इनमे भी आवाज होती है| कभी भी इंसान को खामोश नहीं रहना चाहिए ।इनमे भी आवाज होती है|
क्या पता कब कौन रूठ जाये क्या पता किस बात पर ख़फ़ा हो जाये क्या पता कब कौन रूठ जाये क्या पता किस बात पर ख़फ़ा हो जाये
वो क़रीब हमारे है, दिल से हम हारे हैं। वो क़रीब हमारे है, दिल से हम हारे हैं।
यूँ छोटी-छोटी बातों में जो तुम ये कहती थी, यूँ छोटी-छोटी बातों में जो तुम ये कहती थी,